Bhajan
Sing bhajan for inner peace.
Saturday, April 26, 2025
Tuesday, April 22, 2025
Monday, March 10, 2025
Saturday, January 25, 2025
Sunday, September 15, 2024
वो है जग से बेमिसाल सखी लक्खा vo hai jag se bemisaal sakhi lakkha
1. वो है जग से बेमिसाल सखी
गीतकार: - ताल: कहरवा |
गायक: लखबीर सिंह ‘लक्खा’ कोर्ड: सागप सा=C#’ |
विडियो लिंक: https://www.youtube.com/watch?v=P9mGx7iMNM4
कोई कमी नहीं है, दर मइया के जाके देख
देगी तुझे दर्शन मइया, तू सर को झुका के देख
अगर आजमाना है, तो आजमा के देख
पल में भरेगी झोली, तू झोली फैला के देख
वो है जग से बेमिसाल सखी
माँ शेरोंवाली कमाल सखी - 2
री तुझे क्या बतलाऊं
वो है कितनी दीनदयाल सखी री,
तुझे क्या बतलाऊं,तुझे क्या बतलाऊं
जो सच्चे दिल से द्वार मइया के जाता है
वो मुँह माँगा वर जगजननी से पाता है - 2
फिर रहे न वो, फिर रहे न वो, कंगाल सखी
फिर रहे न वो, कंगाल सखी, हो जाये मालामाल सखी
की री तुझे क्या बतलाऊं
वो है कितनी दीनदयाल सखी री...
माँ पल -पल करती अपने भक्त की रखवाली
दुःख रोग हरे एक पल में माँ शेरोंवाली - 2
करे पूरे सभी, सवाल सखी
बस मन से, भरम निकाल सखी - 2
री तुझे क्या बतलाऊं
वो है कितनी दीनदयाल सखी री...
माँ भर दे खाली गोद, वो आँगन भर दे रे
खुशियों के लगा दे ढेर, सुहागन कर दे रे - 2
माओं को देती, लाल सखी
रहने दे न, कोई मलाल सखी - 2
री तुझे क्या बतलाऊं
वो है कितनी दीनदयाल सखी री...
हर कमी करे पूरी माँ, अपने प्यारों की
लम्बी है कहानी, मइया के उपकारों की - 2
देती है मुसीबत, टाल सखी
कहा जाये न, सारा हाल सखी - 2
री तुझे क्या बतलाऊं
वो है कितनी दीनदयाल सखी री...
तुझे क्यों समझ न आए मो. रफ़ी tujhe kyun samajh na aaye mo.rafi
1. तुझे क्यूँ समझ न आये
फिल्म: भक्ति में शक्ति (1978 ) गीतकार: इन्द्रजीत सिंह तुलसी ताल: कहरवा |
संगीतकार: सोनिक ओमी गायक: मो. रफ़ी कोर्ड: सागप
सा=F |
विडियो लिंक: https://www.youtube.com/watch?v=0a4zqluoR_g
दुःख सुख दोनों तन के कपड़े
किस कारन पहनाए, किस कारन पहनाए
तुझे क्यों समझ न आए, तुझे क्यों समझ न आए
वो चाहे तो प्यासा मारे, चाहे तो प्यास बुझाए
तुझे क्यों समझ न आए, तुझे क्यों समझ न आए
तेरे मन की खातिर पगले तन का बिछा बिछौना-2
जब तक चाबी भरी प्रभु ने तब तक चले खिलौना
ऐसा नाचे मॉस की पुतली हो -2, जैसा नाच नचाए
तुझे क्यों समझ न आए, तुझे क्यों समझ न आए
जल बिन मछली जी नहीं सकती, माँ बिन जिए ना
बच्चा-2
इन्दर उसका पानी भरता जिसका सिदक है सच्चा
वो चाहे तो गागर में भी हो-2, सागर को छलकाए
तुझे क्यों समझ न आए, तुझे क्यों समझ न आए
बेसमझों को समझ नहीं कब आयें कैसी घड़ियाँ-2
जेठ महीने में लग सकती है सावन की झड़ियाँ
कौन समय आकाश और धरती हो-2अपना ब्याह रचाए
तुझे क्यों समझ न आए, तुझे क्यों समझ न आए
तूने मुझे बुलाया शेराँ वालिये चंचल रफ़ी toone mujhe bulaaya sheraanwaliye chanchal mo. rafi
1. तूने मुझे बुलाया शेरां वालिये
फिल्म: आशा (1980 ) गीतकार: कैफ़ी आजमी ताल: कहरवा |
संगीतकार: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल गायक: चंचल, मो. रफ़ी, कोर्ड: धसांगं सा=C# |
साँची ज्योतो वाली माता, तेरी जय जय कार ।
जय जय कार । जय जय कार । जय जय कार ।
तूने मुझे बुलाया शेराँ वालिये, मैं आया मैं
आया शेराँ वालिये -2
ओ ज्योतां वालिये, पहाड़ां वालिये, ओ मेहराँ वालिये ॥ तूने मुझे बुलाया......
सारा जग है इक बंजारा, सब की मंजिल तेरा द्वारा ।
ऊँचे परबत लम्बा रास्ता, पर मैं रह ना पाया, शेराँ
वालिये ॥ तूने मुझे बुलाया....
सूने मन में जल गयी बाती, तेरे पथ में मिल गए
साथी ।
मुंह खोलूं क्या तुझ से मांगूं, बिन मांगे सब पाया, शेराँ वालिये ॥तूने मुझे बुलाया...
कौन है राजा, कौन भिखारी, एक
बराबर तेरे सारे पुजारी ।
तूने सब को दर्शन देके, अपने गले लगाया, शेराँ
वालिये ॥ तूने मुझे बुलाया.....
ओ प्रेम से बोलो, जय माता दी ॥ ओ सारे बोलो,
जय माता दी ॥
ओ आते बोलो, जय माता दी ॥ ओ जाते बोलो,
जय माता दी ॥
माँ कष्ट निवारे, जय माता दी ॥ माँ पार उतारे,
जय माता दी ॥
देवी माँ भोली, जय माता दी ॥ माँ भर दे झोली,
जय माता दी ॥
ओ जोड़े दरपन, जय माता दी ॥ माँ दे के दर्शन, जय माता दी ॥
ओ जय माता दी, जय माता दी ॥
जय-- माता दी------------
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शेरां वाली की जय पहा--ड़ां
वा--ली की जय
वैष्णो रानी की जय, अंबे रानी की
जय, पहाड़ां वाली की जय