Bhajan
Sing bhajan for inner peace.
Saturday, January 25, 2025
Sunday, September 15, 2024
वो है जग से बेमिसाल सखी लक्खा vo hai jag se bemisaal sakhi lakkha
1. वो है जग से बेमिसाल सखी
गीतकार: - ताल: कहरवा |
गायक: लखबीर सिंह ‘लक्खा’ कोर्ड: सागप सा=C#’ |
विडियो लिंक: https://www.youtube.com/watch?v=P9mGx7iMNM4
कोई कमी नहीं है, दर मइया के जाके देख
देगी तुझे दर्शन मइया, तू सर को झुका के देख
अगर आजमाना है, तो आजमा के देख
पल में भरेगी झोली, तू झोली फैला के देख
वो है जग से बेमिसाल सखी
माँ शेरोंवाली कमाल सखी - 2
री तुझे क्या बतलाऊं
वो है कितनी दीनदयाल सखी री,
तुझे क्या बतलाऊं,तुझे क्या बतलाऊं
जो सच्चे दिल से द्वार मइया के जाता है
वो मुँह माँगा वर जगजननी से पाता है - 2
फिर रहे न वो, फिर रहे न वो, कंगाल सखी
फिर रहे न वो, कंगाल सखी, हो जाये मालामाल सखी
की री तुझे क्या बतलाऊं
वो है कितनी दीनदयाल सखी री...
माँ पल -पल करती अपने भक्त की रखवाली
दुःख रोग हरे एक पल में माँ शेरोंवाली - 2
करे पूरे सभी, सवाल सखी
बस मन से, भरम निकाल सखी - 2
री तुझे क्या बतलाऊं
वो है कितनी दीनदयाल सखी री...
माँ भर दे खाली गोद, वो आँगन भर दे रे
खुशियों के लगा दे ढेर, सुहागन कर दे रे - 2
माओं को देती, लाल सखी
रहने दे न, कोई मलाल सखी - 2
री तुझे क्या बतलाऊं
वो है कितनी दीनदयाल सखी री...
हर कमी करे पूरी माँ, अपने प्यारों की
लम्बी है कहानी, मइया के उपकारों की - 2
देती है मुसीबत, टाल सखी
कहा जाये न, सारा हाल सखी - 2
री तुझे क्या बतलाऊं
वो है कितनी दीनदयाल सखी री...
तुझे क्यों समझ न आए मो. रफ़ी tujhe kyun samajh na aaye mo.rafi
1. तुझे क्यूँ समझ न आये
फिल्म: भक्ति में शक्ति (1978 ) गीतकार: इन्द्रजीत सिंह तुलसी ताल: कहरवा |
संगीतकार: सोनिक ओमी गायक: मो. रफ़ी कोर्ड: सागप
सा=F |
विडियो लिंक: https://www.youtube.com/watch?v=0a4zqluoR_g
दुःख सुख दोनों तन के कपड़े
किस कारन पहनाए, किस कारन पहनाए
तुझे क्यों समझ न आए, तुझे क्यों समझ न आए
वो चाहे तो प्यासा मारे, चाहे तो प्यास बुझाए
तुझे क्यों समझ न आए, तुझे क्यों समझ न आए
तेरे मन की खातिर पगले तन का बिछा बिछौना-2
जब तक चाबी भरी प्रभु ने तब तक चले खिलौना
ऐसा नाचे मॉस की पुतली हो -2, जैसा नाच नचाए
तुझे क्यों समझ न आए, तुझे क्यों समझ न आए
जल बिन मछली जी नहीं सकती, माँ बिन जिए ना
बच्चा-2
इन्दर उसका पानी भरता जिसका सिदक है सच्चा
वो चाहे तो गागर में भी हो-2, सागर को छलकाए
तुझे क्यों समझ न आए, तुझे क्यों समझ न आए
बेसमझों को समझ नहीं कब आयें कैसी घड़ियाँ-2
जेठ महीने में लग सकती है सावन की झड़ियाँ
कौन समय आकाश और धरती हो-2अपना ब्याह रचाए
तुझे क्यों समझ न आए, तुझे क्यों समझ न आए
तूने मुझे बुलाया शेराँ वालिये चंचल रफ़ी toone mujhe bulaaya sheraanwaliye chanchal mo. rafi
1. तूने मुझे बुलाया शेरां वालिये
फिल्म: आशा (1980 ) गीतकार: कैफ़ी आजमी ताल: कहरवा |
संगीतकार: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल गायक: चंचल, मो. रफ़ी, कोर्ड: धसांगं सा=C# |
साँची ज्योतो वाली माता, तेरी जय जय कार ।
जय जय कार । जय जय कार । जय जय कार ।
तूने मुझे बुलाया शेराँ वालिये, मैं आया मैं
आया शेराँ वालिये -2
ओ ज्योतां वालिये, पहाड़ां वालिये, ओ मेहराँ वालिये ॥ तूने मुझे बुलाया......
सारा जग है इक बंजारा, सब की मंजिल तेरा द्वारा ।
ऊँचे परबत लम्बा रास्ता, पर मैं रह ना पाया, शेराँ
वालिये ॥ तूने मुझे बुलाया....
सूने मन में जल गयी बाती, तेरे पथ में मिल गए
साथी ।
मुंह खोलूं क्या तुझ से मांगूं, बिन मांगे सब पाया, शेराँ वालिये ॥तूने मुझे बुलाया...
कौन है राजा, कौन भिखारी, एक
बराबर तेरे सारे पुजारी ।
तूने सब को दर्शन देके, अपने गले लगाया, शेराँ
वालिये ॥ तूने मुझे बुलाया.....
ओ प्रेम से बोलो, जय माता दी ॥ ओ सारे बोलो,
जय माता दी ॥
ओ आते बोलो, जय माता दी ॥ ओ जाते बोलो,
जय माता दी ॥
माँ कष्ट निवारे, जय माता दी ॥ माँ पार उतारे,
जय माता दी ॥
देवी माँ भोली, जय माता दी ॥ माँ भर दे झोली,
जय माता दी ॥
ओ जोड़े दरपन, जय माता दी ॥ माँ दे के दर्शन, जय माता दी ॥
ओ जय माता दी, जय माता दी ॥
जय-- माता दी------------
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शेरां वाली की जय पहा--ड़ां
वा--ली की जय
वैष्णो रानी की जय, अंबे रानी की
जय, पहाड़ां वाली की जय
तू ही दुर्गा तू ही भवानी आशा भोंसले tu hi durga tu hi bhawaani asha
1. तू ही दुर्गा तू ही भवानी
एल्बम: माँ की महिमा ताल: कहरवा भजनी |
गायक: आशा भोंसले कोर्ड: रेमेध सा=C |
tu hi durga tu hi bhawani notes click here
तू ही दुर्गा तू ही भवानी, तू जननी तू जग कल्यानी
तू ही सब के कष्ट निवारे, तू ऐसी वरदानी
जै जै शेरांवाली माँ जै जै लाटांवाली माँ
तू बिगड़ी तक़दीर बनाए, बुझते दीप जलाए
तू पतझड़ में फूल खिलाये, बिछड़े मीत मिलाये
तेरी महिमा, हर कोई जाने -2 क्या मूरख क्या ज्ञानी
हो... क्या मूरख क्या ज्ञानी
जै जै शेरांवाली माँ जै जै लाटांवाली माँ -2 | तू ही दुर्गा .....
तेरी भक्ति, तेरी शक्ति, तेरे प्यार का प्याला
तेरी पूजा, आरती तेरी, तेरे नाम की माला
सांझ सकारे, द्वार तिहारे, बोले ये हर प्राणी
जै जै शेरांवाली माँ, जै जै लाटांवाली माँ -2 | तू ही दुर्गा .....
तेरे नाम की धूम मची है, हर दुखिया के दिल में
तू उसकी रक्षक बन जाए, जो भी हो मुश्किल में
गूंजे दसों दिशायें मैया -2 तेरी अमृत वाणी -2
जै जै शेरांवाली माँ जै जै लाटांवाली माँ -2 | तू ही दुर्गा .....
तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है लक्खा tere darbaar me maiya khushi milti hai lakkha
1. तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है
गीतकार: ताल: कहरवा |
गायक: लखबीर सिंह ‘लक्खा’ कोर्ड: सागप
सा=C# |
विडियो लिंक: https://www.youtube.com/watch?v=JyV8ICsTt1U
(तर्ज़: जाने
क्यों लोग मोहब्बत किया करते हैं.)
तेरी छाया में, तेरे चरणों में, मगन
हो बैठूँ, तेरे भक्तों में
तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है-2
जिंदगी मिलती है रोतों को हँसी मिलती है
तेरे दरबार में
इक अजब सी मस्ती, तन मन पे छाती है-2
हर इक जुबां तेरे, ओ मैया गीत गाती है
बजते सितारों से, मीठी पुकारों से-2
गूँजे जहाँ सारा तेरे ऊँचे जयकारों से
मस्ती में झूमे, तेरा दर चूमे
तेरे चारों तरफ, दुनिया ये घूमे
ऐसी मस्ती भी भला क्या, कहीं मिलती है-2
जिंदगी मिलती है रोतों को हँसी मिलती है
तेरे दरबार में
मेरी शेरों वाली माँ, तेरी हर बात अच्छी है-2
करनी की पूरी है, माता मेरी सच्ची है
सुख-दुख बँटाती है, अपना बनाती है-2
मुश्किल में हों बच्चे तो माँ ही काम आती है
रक्षा करती है, भक्त अपने की
बात सच्ची करती, उनके सपनों की
सारी दुनिया की दौलत यहीं मिलती है
जिंदगी मिलती है रोतों को हँसी मिलती है
तेरे दरबार में
रोता हुआ आये जो, हँसता हुआ जाता है-2
मन की मुरादों को वो पाता हुआ जाता है
किस्मत के मारों को, रोगी बीमारों को-2
करदे भला चंगा मेरी माँ अपने दुलारों को
पाप कट जाये, चरण छूने से
महकती है दुनिया, माँ के छूने से
फिर तो माँ ऐसी कभी क्या कहीं मिलती है-2
जिंदगी मिलती है रोतों को हँसी मिलती है
तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है -6
प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी लक्खा pyara saja hai tera dwar bhawaani lakkha
1. प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी
गीतकार: सरल शर्मा ताल: कहरवा |
गायक: लखबीर सिंह ‘लक्खा’ कोर्ड: रेपनी
सा=C# |
विडियो लिंक: https://www.youtube.com/watch?v=M0E506vc8r0
दरबार तेरा दरबारों में इक खास एहमियत रखता है
उसको वैसा मिल जाता है जो जैसी नीयत रखता है
बड़ा न्यारा सजा है तेरा द्वार, भवानी
भक्तों की... यहाँ भक्तों की...
तेरे भक्तों लगी है कतार, भवानी
बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार, भवानी
ऊँचे पर्वत, भवन निराला
आके शीश नवावे संसार, भवानी
प्यारा सजा है तेरा द्वार, भवानी
जगमग-जगमग जोत जगे है
तेरे चरणों में गंगा की धार, भवानी
तेरे भक्तों की लगी है कतार, भवानी
लाल चुनरिया, लाल-लाल चूड़ा
गले, लाल फूलों के सोहे हार, भवानी
बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार, भवानी
ओ, सावन महीना मैया झूला झूले
देखो, रूप कंजकों का धार, भवानी
प्यारा सजा है तेरा द्वार, भवानी
हो, पल में भरती झोली खाली
तेरे, खुले दया के भंडार, भवानी
तेरे भक्तों की लगी है कतार, भवानी
लक्खा को है तेरा सहारा, माँ
(हम सबको है तेरा सहारा)
कर दे अपने सरल का बेड़ा पार, भवानी
(कर दे ‘सरल’ का बेड़ा पार, भवानी)
बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार, भवानी
यहाँ भक्तों की लगी है कतार, भवानी
प्यारा सजा है तेरा द्वार, भवानी