Saturday, December 17, 2022

जीवन सागर मेरे भैया नैया सदा बढ़ाये जा Sharma Bandhu Bhajan Jeevan Saagar mere Bhaiya

Rama ho Rama ho Rama ho Rama Rama Rama ho


Sharma Bandhu old famous Bhajan

रामा हो रामा हो, रामा हो रामा रामा रामा हो

जीवन सागर मेरे भैया

नैया सदा बढ़ाये जा, प्रभु को ना बिसराए जा

राम रमैया गाये जा, जीवन सागर मेरे भैया

रामा हो रामा हो, रामा हो रामा रामा रामा हो

 

सागर में होती हैं लहरें, लहरों में तूफ़ान

जीवन में सुख दुःख तो आयें वो भी ऐसा जान

सुख और दुःख के इस झूले में

मस्ती सदा बनाये जा प्रभु को ना बिसराए जा

राम रमैया गाये जा, जीवन सागर मेरे भैया

रामा हो रामा हो, रामा हो रामा रामा रामा हो

 

दीपक ने काली रातों से डरना ना जाना

माया जंजालों से तू भी कभी न घबराना

मंजिल तुझे ज़रूर मिलेगी

ये विशवास जगाये जा, प्रभु को ना बिसराए जा

राम रमैया गाये जा, जीवन सागर मेरे भैया

रामा हो रामा हो, रामा हो रामा रामा रामा हो


raama ho raama ho, raama ho raama raama raama ho

jeevan saagar mere bhaiya

naiya sada badhaaye ja, prabhu ko na bisarae ja

raam ramaiya gaaye ja, jeevan saagar mere bhaiya

raama ho raama ho, raama ho raama raama raama ho

 

saagar mein hotee hain laharen, laharon mein toofaan

jeevan mein sukh duhkh to aayen vo bhee aisa jaan

sukh aur duhkh ke is jhoole mein

mastee sada banaaye ja prabhu ko na bisarae ja

raam ramaiya gaaye ja, jeevan saagar mere bhaiya

raama ho raama ho, raama ho raama raama raama ho


deepak ne kaalee raaton se darana na jaana

maaya janjaalon se too bhee kabhee na ghabaraana

manjil tujhe zaroor milegee

ye vishavaas jagaaye ja, prabhu ko na bisarae ja

raam ramaiya gaaye ja, jeevan saagar mere bhaiya

raama ho raama ho, raama ho raama raama raama ho



Friday, December 2, 2022

ભજન સ્વરલિપી ગુજરાતી, ભાગ-4 Bhajan Swarlipi Gujrati, Part-4 Published

 Bhajan Swarlipi Gujrati, Part-4 Published

ભજન સ્વરલિપી ગુજરાતી, ભાગ-4

Bhajan Swarlipi Gujrati, part-4




ना मैं रूप देखता ना मैं नाम देखता na main rup dekhta na main naam dekhta C. Ramchandra

 https://youtu.be/QYKK8lNyewQ



na main roop dekhata na main naam dekhata

main to jahaan dekhata vahaan shyaam dekhata

raadhe shyaam dekhata

na main roop dekhata na main naam dekhata

 

kahaan nahin usakee parachhaee,

kan kan mein hai kishan kanhaee

aur kaun hai is dharatee par,

jisane samajhee peer paraee

na main bhor dekhata na main shaam dekhata

main to jahaan dekhata vahaan raam dekhata

seeta raam dekhata

 

dagar dagar par kitana bhataka,

kahaan kahaan mainne sar pataka

jahaan gaya main jidhar gaya main,

man mera mohan mein ataka

man mera mohan mein ataka

na main panth dekhata na main gaam dekhata

main to jahaan dekhata vahaan shyaam dekhata

raadhe shyaam dekhata


ना मैं रूप देखता ना मैं नाम देखता

मैं तो जहाँ देखता वहाँ श्याम देखता

राधे श्याम देखता

ना मैं रूप देखता ना मैं नाम देखता

 

कहाँ नहीं उसकी परछाई,

कण कण में है किशन कन्हाई

और कौन है इस धरती पर,

जिसने समझी पीर पराई

ना मैं भोर देखता ना मैं शाम देखता

मैं तो जहाँ देखता वहाँ राम देखता

सीता राम देखता

ना मैं रूप देखता ना मैं नाम देखता

 

डगर डगर पर कितना भटका,

कहाँ कहाँ मैंने सर पटका

जहाँ गया मैं जिधर गया मैं,

मन मेरा मोहन में अटका

मन मेरा मोहन में अटका

ना मैं पन्थ देखता ना मैं गाम देखता

मैं तो जहाँ देखता वहाँ श्याम देखता

राधे श्याम देखता

ना मैं रूप देखता ना मैं नाम देखता

Wednesday, August 10, 2022

Aarti Jai Shiv Omkara, Aarti Shri Aatmanand Swami

 Aarti Jai Shiv Omkara, Aarti Shri Aatmanand Swami

Kanpur wale Ganga Ghat waale Guru ji ke aashram me gaayi jaane waali aarti

जय शिव ओंकारा आरती

आरती श्री आत्मानंद स्वामी जी, कानपुर आश्रम



Wednesday, August 3, 2022

Aaj Gokul me Dhum Machi आज गोकुल में धूम मची


कृष्ण भजन

आज गोकुल में धूम मची, आज हर दिल दीवाना है

कन्हैया को सजाना है, जन्मोत्सव मनाना है

आज गोकुल में धूम मची,


तेरे मस्ताने आके खड़े आज दर्शन तो पाना है

गोदी में उठा के तुझे अरे झूला झुलाना है|

आज गोकुल में धूम मची, आज हर दिल दीवाना है

कन्हैया को सजाना है, जन्मोत्सव मनाना है

आज गोकुल में धूम मची,

 

भोली सूरत कन्हैया तेरी मेरे मन को है भाये बड़ी

काज़ल को लगा के तुझे काला टीका लगाना है|

आज गोकुल में धूम मची, आज हर दिल दीवाना है

कन्हैया को सजाना है, जन्मोत्सव मनाना है

आज गोकुल में धूम मची,

 

मंद मुस्कान कान्हा तेरी कष्टों को मिटाए मेरी

तेरा गुणगान गाते हुए जीवन को बिताना है|

आज गोकुल में धूम मची, आज हर दिल दीवाना है

कन्हैया को सजाना है, जन्मोत्सव मनाना है

आज गोकुल में धूम मची,

 

जन्मों से तरसती थी मैं इस जग में भटकती थी मैं

चरण माथे लगाना है भाव सागर तर जाना है

आज गोकुल में, आज मंदिर में

आज घर घर में धूम मची, आज हर दिल दीवाना है

कन्हैया को सजाना है, जन्मोत्सव मनाना है

आज गोकुल में धूम मची,

हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की


Sunday, May 29, 2022

hame nij dharm par chalna batati roz RAMAYAN हमें निज धर्म पर चलना बताती...


इस गीत के रचयिता हैं वृन्दावन प्रेम धाम के गोस्वामी 'बिंदु' जी महाराज
यह गीत गाया है मेरे पुत्र अभिषेक भामा ने
संगीत दिया है मैंने; यानी विनोद कुमार भामा ने
आपको अच्छा लगे तो youtube पे जाकर लाइक ज़रूर करें.

Saturday, April 16, 2022

करो हरि दर्शन भजन फिल्म हरी दर्शन Karo Hari Darshan song lyrics from film 'Hari Darshan' of Rajshri

 करो हरि दर्शन भजन फिल्म हरी दर्शन Karo Hari Darshan song lyrics from film 'Hari Darshan' of Rajshri

kitni hi baar dayaanidhi ne sansaar ko aake ubaar liya

jab jab dharti par dharm ghataa tab tab prabhu ne avtaar liya

karo Hari Darshan Hari Darshan  karo Hari Darshan karo...... Hari Darshan

You should show this Picture Hari Darshan to All Kids of New Generation

नयी पीढ़ी के बच्चों को हरी दर्शन फिल्म 1972 देखनी चाहिए.

फिल्म: हरी दर्शन(1972)

गीतकार: कवि प्रदीप (आर. बी. द्विवेदी)

ताल: कहरवा

संगीतकार: कल्याणजी आनंदजी   

गायक: महेंद्र कपूर


Lyrics of song Karo Hari Darshan

Karo Hari Darshan


कितनी ही बार दयानिधि ने -2 संसार को आ के उबार लिया

जब जब धरती पर धरम घटा तब तब प्रभु ने अवतार लिया

करो हरी दर्शन, हरी दर्शन, करो हरी दर्शन, करो...... हरी दर्शन

 

ये कहानी भयंकर काल की है, प्राचीन करोड़ों साल की है

शंखासुर नाम का था दानव, उससे डरते थे सुर मानव

राक्षस था बड़ा विकट बल में, वेदों को चुरा के घुसा जल में

फिर प्रभु ने  मत्स्य रूप धारा, पापी शंखासुर को मारा-2

ये अमृत मंथन की है कथा, सुर असुरों ने सागर को मथा-2

डूबने लगा पर्वत जल में, खलबली मची भू मंडल में

तब हरि ने कुर्म अवतार लिया, मंदराचल पीठ पे धार लिया

हरि की लीला है अजब लोगों, देखो अब दृष्य गजब लोगों

ओ धन्वन्तरी जन्मे समन्दर से, अमृत ले आये वो अंदर से

अमृत के लिए दानव झगड़े, पर प्रभु निकले सब से तगड़े

तब प्रभू बने सुन्दर नारी, मोहिनी नाम की सुकुमारी

जब मटक मटक मोहिनि डोली, दैत्यों की बंद हुई बोली

असुरों का आसन हिला दिया, देवों को अमृत पिला दिया

फिर प्रभु का पृथु अवतार हुआ, उनसे धरती का सुधार हुआ

सब नियम धरम को ठीक किया, जन जन का मन निर्भीक किया-2

अब सुनो भक्त ध्रुव की गाथा, भगवन को झुका लो सब माथा

जब ध्रुव ने हरि दरशन पाये, तब उसके लोचन भर आये

एक बाल भगत ने निराकार नारायण को साकार किया

जब जब धरती पर धरम घटा, तब तब प्रभु ने अवतार लिया

करो हरी दर्शन, हरी दर्शन, करो हरी दर्शन, करो...... हरी दर्शन

 ओ...

जब ग्राह ने गज को पकड़ लिया, उसके पैरों को जकड़ लिया

तब चक्रपाणि पैदल दौड़े, आ कर उसके बंधन तोड़े

और चक्र से ग्राह को संहारा, पल में गजराज को उद्धारा

फिर प्रकट हुए नर नारायण, थे महा तपस्वी जग तारन

उर्वशी भी देख विरक्त हुई अप्सरा भी हरि की भगत हुई

तब काम भी रस्ता नाप गया और क्रोध भी मन में काँप गया-2

हयग्रीव तपस्या करता था होने को अमर वो मरता था

तब महामाया साकार हुई वर देने को तैयार हुई

दानव ने वचन ये उच्चारे केवल हयग्रीव मुझे मारे

हय शीश रूप हरि ने धारा और पापी राक्षस को मारा-2

 

फिर हंस रूप में हरि प्रगटे कल्याण हेतु श्री हरि प्रगटे

भगवान ने सब को शिक्षा दी... पावन भक्ती की दीक्षा दी...

फिर जग में यज्ञ भगवन आये पृथ्वी पर परिवर्तन लाये

सब देव हवन से पुष्ट हुए प्राणी समस्त संतुष्ट हुए

फिर प्रभु कपिल अवतार बने सृष्टि के तारनहार बने

अपनी माता को ज्ञान दिया जनता को सांख्य प्रदान किया-2

फिर सनकादिक अवतार हुए वास्तव में बालक चार हुए

मत सोचो वो केवल बालक थे बड़े धरम करम के पालक थे

जय विजय को देकर श्राप बाल भगवान ने जग को तार दिया

जब जब धरती पर धरम घटा, तब तब प्रभु ने अवतार लिया

करो हरी दर्शन, हरी दर्शन, करो हरी दर्शन, करो...... हरी दर्शन

 

एक भक्त की भक्ती ने देखो पृथ्वी पर स्वर्ग उतार लिया

भगवान् वही करते हैं यहाँ जो मन में उन्होंने धार लिया

 

कितनी ही बार दयानिधि ने-2 संसार को आके उबार लिया

जब जब धरती पर धरम घटा तब तब प्रभु ने अवतार लिया

करो हरी दर्शन, हरी दर्शन, करो हरी दर्शन, करो...... हरी दर्शन

 

अब इक लीला बाकी देखो प्रभु वामन की झांकी देखो

बामन ने बली की परीक्षा ली भगवन होकर भी भिक्षा ली

फिर दत्तात्रेय अवतार हुआ सारे जग का उद्धार हुआ

माता अनुसूया धन्य हुई-2 सतियों में सती अनन्य हुई -2

जब जग में पाप प्रचण्ड बढ़ा अन्याय बढ़ा पाखण्ड बढ़ा

तब करने को लीला ललाम प्रगटे पृथ्वी पर परशुराम, प्रभु परशुराम

इक्कीस बार क्षत्रिय मारे कर दिये नष्ट पापी सारे

फिर त्रेता में प्रभु राम हुए उनके द्वारा कई काम हुए

हनुमान उनपे आसक्त हुए रघुपति के अनुपम भक्त हुए

सीता अपमान का बदला राम ने जाकर सागर पार लिया-2

जब जब धरती पर धरम घटा तब तब प्रभु ने अवतार लिया

करो हरी दर्शन, हरी दर्शन, करो हरी दर्शन, करो...... हरी दर्शन

 

फिर रिषभ देव अवतार हुए ये मुक्ति के आधार हुए

इनको तुम तीर्थंकर जानो त्रिभुवन के मंगलकर मानो

फिर द्वापर में नंदलाला जन्मे बस गए वो जन जन के मन में

दुनिया को इन्ही ने दी गीता और कर्म योग से जग जीता

फिर जग में वेद व्यास आये भण्डार ज्ञान का मुनिवर लाये

महाभारत और भागवत रची जन साधारण को बहुत जंची-2

फिर शुद्ध बुद्ध अवतार हुआ दर्शन से मुग्ध संसार हुआ

वो शान्ति दूत बनकर आये और मन्त्र अहिंसा का लाये

अब अंत में कल्कि जन्मेंगे-2 दुष्टों से वो बदला लेंगे-2

कलयुग बदलेगा सतयुग में संसार जियेगा नवयुग में

मानव के लिए निज माथे पे हर युग में हरी ने भार लिया -2

जब जब धरती पर धरम घटा तब तब प्रभु ने अवतार लिया

करो हरी दर्शन, हरी दर्शन, करो हरी दर्शन, करो...... हरी दर्शन -3




श्री हरि



Monday, April 4, 2022

thumak chalat Ramchandra by Lata Mangeshkar Original ठुमक चलत रामचंद्र -तुलसीदास


thumak chalat Ramchandra by Lata Mangeshkar Original ठुमक चलत रामचंद्र -तुलसीदास

ठुमक चलत रामचंद्र बाजत पैजनियाँ.

    किलकि किलकि उठत धाय गिरत भूमि लटपटाय

    धाय मात गोद लेत दशरथकी रनियाँ.

अंचल रज अंग झारि विविध भांति सो दुलारि

तन मन धन वारि वारि कहत मृदु बचनियाँ.

    विद्रुम से अरुण अधर बोलत मुख मधुर मधुर

    सुभग नासिका में चारु लटकत लटकनियाँ.

तुलसीदास अति आनंद देख के मुखारबिंद

रघुवर छबि के समान रघुवर छबि बनियाँ.


Thumak chalat RamChandra baajat paijaniyaan

    kilaki kilaki uthat dhay girat bhumi latpataay

    dhaay maat god let dashrath ki raniyaan.

anchal raj ang jhari vividh bhanti so dulaari

tan man dhan vaari vaari kahat mridu bachaniyaan.

    vidrum se arun adhar bolat mukh madhur madhur

    subhag naasika me chaaru latkat latkaniyaan.

Tulasidas ati aanand dekh ke mukharbind

raghubar chhabi ke samaan raghubar chhavi baniyaan.


Saturday, April 2, 2022

Laddu jaisa hai Laddu Gopal mujhe bada pyara lage by Tinu Singh

 लड्डू जैसा है लड्डू गोपाल मुझे बड़ा प्यारा लगे 

Laddu jaisa hai Laddu Gopal mujhe bada pyara lage by Tinu Singh





नन्द लाल की प्राणन प्यारा माता यशोदा लाल

मधुप गोपी ग्वालों का ये ठाकुर लड्डू गोपाल

लड्डू गोपाल की जय

 

 

लड्डू जैसा लड्डू जैसा

लड्डू जैसा है लड्डू गोपाल मुझे बड़ा प्यारा लगे -2

नन्द यशोदा का ये बाल (लाल) मुझे बड़ा प्यारा लगे -2

 

गोलमटोल मेरा लड्डू गोपाला -2

बड़ा भोला भाला लगे जग से निराला -2

लड्डू गोपाला जग से निराला

बड़ा कोमल -3 है रूप रसाल मुझे बड़ा प्यारा लगे

लड्डू जैसा है लड्डू गोपाल मुझे बड़ा प्यारा लगे 


दूध दही छाछ से इसे नहलाऊं -2

माखन मिस्री का भोग लगाऊं -2

इसे नहलाऊं  भोग लगाऊं

बड़ा नटखट -3 है गोकुल का ग्वाल मुझे बड़ा प्यारा लगे

लड्डू जैसा है लड्डू गोपाल मुझे बड़ा प्यारा लगे 


शीश मुकुट पीताम्बर पहनाऊं -2

नजर न लगे काला टीका लगाऊं -2

मुकुट पहनाऊं टीका लगाऊं

राधा नाम की पहनाऊं माल मुझे बड़ा प्यारा लगे

लड्डू जैसा है लड्डू गोपाल मुझे बड़ा प्यारा लगे  


राधा का चितचोर सांवला सलोंना -2

खेले खिलौनों से बृज का खिलौना -2

सांवला सलौना बृज का खिलौना

खेल खेल मधुप ये कमाल मुझे बड़ा प्यारा लगे

लड्डू जैसा है लड्डू गोपाल मुझे बड़ा प्यारा लगे