LINK: https://www.youtube.com/watch?v=YBgYXVLL7AI
Pandit Prem Bhushan ji singing his famous Bhajan in Daadra Taal
here is its lyrics.एक ही बाण प्राण हरि लीन्हा
ek hi baan pran hari linha, deen jaan tehi nij pad
deenha
एक ही बान प्रान हरि लीन्हा दीन जान तेही निज पद दीन्हा (ताड़का के प्राण लिए)
जब जब मारा, तब तब तारा, भक्तों को तो प्रभु तेरा ही सहारा -2
(हाँ हाँ) जब जब मारा, तब तब तारा, भक्तों को तो प्रभु तेरा ही सहारा
श्याम हो चाहे रघुराई रे
(हाँ हाँ) श्याम हो चाहे रघुराई रे
भजो राधे गोविंदा
राम चरन चित लायी रे भजो राधे गोविंदा -2
भक्तन के सुखदाई रे भजो राधे गोविंदा
एक अयोध्या धाम में आया एक मथुरा का भाग बढाया -4
क्यों, भरत को दीन्ही बड़ाई रे
हाँ हाँ भरत को दीन्ही बड़ाई रे भजो राधे गोविंदा
राम चरन चित लायी रे भजो राधे गोविंदा -2
भक्तन के सुखदाई रे भजो राधे गोविंदा -2
सरयू किनारे एक धनुआ चलावे जमुना किनारे एक धेनु चराए -2
हाँ हाँ सरजू किनारे एक धनुआ चलावे जमुना किनारे एक धेनु चराए
साधु, ऊ भये जगत के सांई रे
हाँ हाँ, ऊ भये जगत के सांई रे भजो राधे गोविंदा
राम चरन चित लायी रे भजो राधे गोविंदा -2
भक्तन के सुखदाई रे भजो राधे गोविंदा -2
जन प्रहलाद को हरि ने बचाया अर्जुन को सत ज्ञान सिखाया -2
हाँ हाँ जन प्रहलाद को हरि ने बचाया अर्जुन को सत ज्ञान सिखाया
हो, सब बिधि लीन्ही अपनाई रे
हो, सब बिधि लीन्ही अपनाई रे भजो राधे गोविंदा
राम चरन चित लायी रे भजो राधे गोविंदा -2
भक्तन के सुखदाई रे भजो राधे गोविंदा -2
जो जन गावे सब कुछ पावे अंत समय प्रभु उर को जाये -4
मैंने भी नेह लगाईं रे
हाँ हाँ, मैंने भी नेह लगाईं रे भजो राधे गोविंदा
राम चरन चित लायी रे भजो राधे गोविंदा -2
भक्तन के सुखदाई रे भजो राधे गोविंदा -2
प्रेम से बोलो जय सिया रामा
श्री अवध में जय सिया रामा
सरजू किनारे जय सिया रामा
श्री अवध में जय सिया रामा
गोकुल भवन में जय सिया रामा
हरे राम जी जय सिया रामा
प्रेम से बोलो जय सिया रामा
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