1. जे मैं होंदा दातिये मोर तेरे बागां दा
ताल: कहरवा |
गायक: चंचल और साथी कोर्ड: सागप
रेपनी सा=C# |
विडियो लिंक: https://www.youtube.com/watch?v=mg5qvNtRweg
तेरी बागी पहलाँ पांदा, तेनू नच्च के वखान्दा,
हो तेरे रज्ज-रज्ज दर्शन पांदा पांदा,
जै मैं होन्दा दातीये मोर तेरे बागाँ दा...
छम-छम नचदा तेरे वेढे, हर दम रहन्दा तेरे नेढे,
जै मैं होन्दा दातीये फुल तेरे बागाँ दा..
तेरी माला विच लग जान्दा, तेरे अंग-संग
मुस्कान्दा,
हो.. तेरे रज्ज-रज्ज दर्शन पांदा पांदा,
जै मैं होन्दा दातीये मोर तेरे बागाँ दा...
तेरे चरणाँ तो बलिहारी, वार देवाँ मैं खुशबू
सारी,
जै मैं होन्दा दातीये बौढ तेरे मन्दिराँ दा,
झुले कंजकाँ नूँ झुलान्दा, अपनी छाँ दे विच्च
बैठान्दा,
तेरे रज्ज-रज्ज दर्शन पांदा पांदा,
जै मैं होन्दा दातीये मोर तेरे बागाँ दा,
आन्दे भगत माँ तेरे प्यारे, रज्ज-रज्ज लेन्दे
तेरे नजारे,
जै मैं होन्दा दातीये पत्थर तेरी गुफादा,
चरणी भगताँ दे लग जान्दा, तेरी जय-जय कार
बुलन्दा,
तेरे रज्ज-रज्ज दर्शन पांदा पांदा,
जै मैं होन्दा दातीये मोर तेरे बागाँ दा,
भगत तेरे माँ आँदे जाँदे, दाती तेरा नाम
ध्याँदे,
जै मैं होन्दा दातीये नीर तैरी गांगा दा,
सब दे पाप मैं झौली पाँदा, चंचल मन निर्मल हो
जाँदा,
तेरे रज्ज-रज्ज दर्शन पांदा पांदा,
जै मैं होन्दा दातीये मोर तेरे बागाँ दा,
जै मैं होन्दा दातीये मोर तेरे बागाँ दा