1. मैं बालक तू माता शेरां वालिए
गीतकार: नक्श लायलपुरी ताल: कहरवा |
गायक: बाबला मेहता कोर्ड: मधसां
पनीरें सा=C |
विडियो लिंक: https://www.youtube.com/watch?v=fjfCXQKbqdE
मैं बालक तू माता शेरां वालिए
है अटूट यह नाता शेरां वालिए, हो
शेरां वालिए माँ, पहाड़ां वालिए माँ
मेहरां वालिये माँ, ज्योतां वालिये माँ
मैं बालक तू माता शेरां वालिए...
तेरी ममता मिली है मुझको, तेरा प्यार मिला है
तेरे आँचल की छाया में मन का फूल खिला है
तूने बुद्धि, तूने साहस, तूने ज्ञान दिया
मस्तक ऊँचा करके जीने का वरदान दिया माँ
तू है भाग्य विधाता शेरां वालिए
मैं बालक तू माता शेरां वालिए...
जब से दो नैनो में तेरी पावन ज्योत समायी
मंदिर मंदिर तेरी मूरत देने लगी दिखाई
ऊँचे पर्वत, पर मैंने भी, डाल दिया है डेरा
निशदिन करे जो तेरी सेवा मैं वो दास हूँ तेरा
रहूँ तेरे गुण गाता शेरां वालिए
मैं बालक तू माता शेरां वालिए...
जय शेरां वाली जय भवनां वाली
जय मेहरां वाली जय जोतां वाली
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