1. प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी
गीतकार: सरल शर्मा ताल: कहरवा |
गायक: लखबीर सिंह ‘लक्खा’ कोर्ड: रेपनी
सा=C# |
विडियो लिंक: https://www.youtube.com/watch?v=M0E506vc8r0
दरबार तेरा दरबारों में इक खास एहमियत रखता है
उसको वैसा मिल जाता है जो जैसी नीयत रखता है
बड़ा न्यारा सजा है तेरा द्वार, भवानी
भक्तों की... यहाँ भक्तों की...
तेरे भक्तों लगी है कतार, भवानी
बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार, भवानी
ऊँचे पर्वत, भवन निराला
आके शीश नवावे संसार, भवानी
प्यारा सजा है तेरा द्वार, भवानी
जगमग-जगमग जोत जगे है
तेरे चरणों में गंगा की धार, भवानी
तेरे भक्तों की लगी है कतार, भवानी
लाल चुनरिया, लाल-लाल चूड़ा
गले, लाल फूलों के सोहे हार, भवानी
बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार, भवानी
ओ, सावन महीना मैया झूला झूले
देखो, रूप कंजकों का धार, भवानी
प्यारा सजा है तेरा द्वार, भवानी
हो, पल में भरती झोली खाली
तेरे, खुले दया के भंडार, भवानी
तेरे भक्तों की लगी है कतार, भवानी
लक्खा को है तेरा सहारा, माँ
(हम सबको है तेरा सहारा)
कर दे अपने सरल का बेड़ा पार, भवानी
(कर दे ‘सरल’ का बेड़ा पार, भवानी)
बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार, भवानी
यहाँ भक्तों की लगी है कतार, भवानी
प्यारा सजा है तेरा द्वार, भवानी
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